Nhạc sĩ: Ajay Aashiq
Lời đăng bởi: 86_15635588878_1671185229650
आही
आप सबके बीच में
आपके चोट बेटा, चोट लईका,
दुलारा
हम के सारे लाल्टू आपके चरण सपर्स करता नहीं
जे भी ये सिव चचा में उपस्तिद वाँ
सरपर्थम देव आधी देव महादेव
शिव गुर्ग चरण में पढ़ाम करता नहीं
साथ साथ एथ तीन सूत्र के जनग जन जन में फैलावयवला
श्री साहफ रिंद्रनन उनकी धर्म पत्नी दीदी निनामनन
जे की सब जगे आप सबके बीच में इस वी चचा के बारे में बताओनी
धृषा धृषता जे भी इस वी चचा में उपस्तिद वाँ सरपर्थम के चर
एको देवर अपना भोजाई से कहता की ये भोजी
की दुनिया में
सब कुछ कहलू भजन भाव भी कर और बड़ा प्यार से वो भजन के
माध्यम से अपना भावी के कहता की चले के सिवचर्शा में
आई भजन के माध्यम से सुनिये भईया और कुछ भी गलति थूटी भूल
हो जाये ते को छूट बेटा छूट लईका समझ के मात कर बस सभें
आई भजन के भाव का बाए राजू बाबा का बाजी एब बब्लू भया आलम भया हो
एक लाक भया पहले तो तू एक लाक रहा अब तो डेल्यालाक हो गिल्बादा
हमारे सुनिल भया जी जे की सभे लोग के सिव गुरु के अपार दया बा
तो सभे लोग सिवचर्शा में �
भूजी के गुद्धवर का कहते है भया
का कहता
कि लागवता दाम नहीं एक रुपया पाना ही खार्चा हो
अरे जीयो ए ब्यास
एक रुपया का खार्चा नहीं है भया एब भहीने
चलू-चलू ना तुम भाव Shengarsh
सूने सिव चर्च हो
चलु चलु रे नई की भोड़ी
सूने सिव चर्च हो
लागवता डाम नही एको रुपईया
पा नही खर्चा हो
जी हुई
झाओ
तालि म जायें लो और गुरु ब्याद चले
नमकी भौती लोते बारेमा श�� sincerely वो चल चलो वो गए
नमकी भौते लोते बारेमा बारेमा बस selfish
वह
भुत होया, वह बहुत युआ है वही वपक होया ....
औरलगाल दौड लेаютьरो बद्ध !!!
वह बहुत होया
apart करत ओकर
दोर्नी स्मानो्यक ओकर दी आजांव हो जाता वसंत हो था
हमनी बाले च्ञ्ञाना की दусаरे मकी जिन है
जीय भ्यास
उकरे के गुरू कहा जाला
हमनी के डाइरेक्ट
महेश्मर शिव के
जगरा के हमनी के पुर्वध
महादेव भोलेनाथ
शब कोई भगवान की रूप में पूजत रहे
लेकिन फ्री साहब हरिदरानन्दी
एथीन सुत्र के जनत
जन जन्ज़ में फ़ैलायवाला उहां के डाइरेक्ट थम्ग की तनेक्शन
मिलेनी और डाइरेक्ट थम्ग की गुरू चेला के शम्बन्द बनेनी
लागो ता
लाज्य जदी जाये में वुहावाद
में भैला हावा
लाग तलाज जदी जाए में उहावा
लाग लबा टेप डाल देखो भारी बाटा ताव पर चाहो
लाग लबा टेप डाल देखो भारी बाटा ताव पर चाहो
चाओ चालू रे नाव की भालोसी काओ।
हरे सिव चरचारोँ...
बोल ये बोल ये सिवमुरु नहराज की
ज़य हो
ज़य हो
आगे का कहली है ए भईया
कि तोपीे के मुहावाथू
धुमका लगई हा
तोपीे के मुहावाथू
धुमका लगई हा
सिवजी के
गाना पतू
तलियो बज़ई हा
सिवजी के गाना पतू तलियो बज़ई हा
तोपीे के मुहावाथू
धुमका लगई हा
सिवजी के भाजन पतू तलियो बज़ई हा
हे भाईया
कि चलु चलु रे नाई की भावधी कारे सिवचार चाय हो
आई राजु बावातनी
जोर की
कि चलु चलु रे नाई की भावधी कारे सिवचार चाय हो
चलु चलु रे नाई की भावधी कारे सिवचार चाय हो
चलु चलु रे नाई की भावधी कारे सिवचार चाय हो
ब्रेम से बोलिये शिव गुरु महराज की जयय हो
मैया भावानी की जयय हो