बहुत काल बना है यूपी में
दिन्यां बाय अपना मुठी में
नहीं किसी का एक हॉप कह आ जाए मौउ
टक्रा है वहीं जिसे मिटना है
अब सेरे सिकारिप निकला है
अब सेरे सिकारिप निकला है
अब सेरे सिकारिप निकला है
अब सेरे सिकारिप निकला है
अब सेरे सिकारिप निकला है
अब सेर सिकार पर निकला है
अब सेर सिकार पर निकला है
मानी ना चाहिया वा पैसा प्यार से
कालिब कार्बू में उम्के हतियार से
पाठर पिषाई के मैदाना भाई
हमके झूकावे वाला पैदाना भाई
जगदिल का है जोस नहीं कोई अभिसोस
जगदिल का है जोस नहीं कोई अभिसोस
ना दिल ये किसी पर पिसना है
अब सेर सिकार पर निकला है
अब सेर सिकार पर निकला है
सोगना हीरो कभी नहीं खुसू हूँ
अपने पावर के दम पर मैं भूजू हूँ
गाड़ देख जण्डा पुरा या खबार में
आने दो एक बेर हमको धरकार में
जब जनता है साथ क्या डरने की बात
चितरांगत का ये लिखना है
अब सेर सिकार पर निकला है
राका भागी ये निकला है