एरिया ओलारे लोगे हमना फेर ओही तर के
सन खोलू माथा बाबाम खोल दिमाग रे
जहां जानी ओही जे लगा दिले आगरे
तो राजाई संके ठोके मिलेना दिरिया ओलारे
कि हमता फेर ओही सेर के ना एरिया ओलारे
सीमा ना बाना जाला बेटा रमधार के एरिया ओला खाली को कुरसी आर के
दुनिया पूरा जाने न कबनो ठेरिया ओलारे
कि हमता फेर ओही सेर के ना एरिया ओलारे
परसांत पांडे से मांगली है माफी सुमी ते जस्वी के नमवे हाँ काफी
जोधी के हुमनी से लागी ता लाखु सारी रिया ओलारे
कि हमता फेर ओही सेर के ना एरिया ओलारे