ओरे बोले अरे दाता राजी दाने करन में
ओरे कुण्जी राजी धन में
ओरे विशी अरे राजी पीन सुनन में
सेरबा घेर बन में
ओरे बोले अरे दाता राजी दाने करन में
ओरे कुण्जी राजी धन में
ओरे कुण्जी राजी पीन सुनन में
सेरबा घेर बन में
हो! हो! हो!
दाता राजी दाने करन में
आज कड़न में
ओ रे हन्साराजी
ओ रे हन्साराजी
ताल सरोवरे
चुग चुग मोटी खावे
गेहरे जल में
मचली राजी
और चीजे ना भावे
ओ रे थोडे जल में
बगुलाराजी
कथ सी मीने हट्यावे
मरे जीव पे
कागाराजी
खाका माश्कू खावे
मरे जीव पे
कागाराजी
काका राजी खाका मौत सुकावे
में वर्षन में दर्ती राजी
में वर्षन में दर्ती राजी
मोर पपी आगन में
दाता राजी दान करन में
मोर पपी आगन में
मोर पपी आगन में
मोर पपी आगन में
मोर पपी आगन में
मोर पपी आगन में
मोर पपी आगन में
मोर पपी आगन में
मोर पपी आगन में
कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर �
कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो कर दो
जी देख देशे जाने अगन में
ताता राजी गाल करण में
आरे इस रागणी पर खुशोकर के दादा की जुशुंदर लेखनी पर खुशोकर के
आल के कारिकरम के हमारे बीच में बेटे
में हमारे बीच में बेटे
में हमारे बीच में बेटे
प्यागी जी का जोरदा ताली बजा करके शमान हो जाना चाहिए
और दादा ने आखरी कलीबे किस तरह से तोड़ बिठा दिया
कि ये तीरे मकोड़े और जीव जन्तु रहे
लेकिन देवी और देवता भी कमती नहीं
और चोती बात में दादा ने के लिख दिया
और केवल राजी भाला
ओरे इंदरानी इंदर पैरा जी
बारे मास रहे से
राणा जी
शमान
कर जीत पर जो के लाश रहे से
गोरा राजी शिर शंकर पर जो के लाश रहे से
ओरे विश्महणी विश्णू पे राजी
हर तमे पास रहे से
पत्विर्ता प्रीतम पे राजी
चरण की दास रहे से
पत्विर्ता प्रीतम पे राजी
चरण की दास रहे से
लखमी चंदे शान में राजी
लखमी चंदे शान में राजी
रहैं से किसी लगन में
दाता राजी दान में
मुझी राजी धन में
विश्णू राजी
पीन सुनन में शेर बगेर बन में तू मेरी जिन्दगी है तू मेरी हर खुशी है
तू ही प्यारे तू ही चाहते तू ही आशकी है तू मेरी जिन्दगी है तू मेरी हर खुशी है