जे कारा मा शीकला शेथ मा साणी का बोली सच्ची दर्बार की
जे हो
रीशी तिला
रीशी तिला याज़े खुल कहने आई ये रीशी तिला
रीशी तिला
रीशी तिला याज़े खुल कहने आई ये रीशी तिला
हो लाले चुनरीया घोटे यारी
लाल चुनरीया घोटे आड़ी
मने वार धरी गुड़ी गाम में आड़ी
अशो की भगत तेरा बन्या पुजारी
अशो की भगत तेरा बन्या पुजारी
जूमि दिखा दे आगे के बारी
गणी कु आईये रीशीतिला