तुम नहीं पर उन से बेवफार शर्टों से भारा उमर सौदफार
जाने किस भौराएं पे हुँ खड़ा
धुन्या खाँ जाने किस से दिल है जुड़ा
वक्त की तरहं भी जरा
बिछड़े से यूँ आज कर
किसा ये अधूरा है मेरा
सोना सा लगे अर्पल
शायन तभी ऐसा हो सिलसिला
तुम हो पास हिट जाए बासला
फिर हम कहीं हो जाए गंशुदा
मेरा से तुम से हो रावता
शायन
तुम नहीं तेरा रभ हुआ है ख़फा
सासों से रुठी रातों की हमा
कब से इस सहरां में गुमला पता
मेरा सच या सर्व की है खता
बेइमार हुआ मेरा नसीग
तोफे में मिली दूरी
इंतिहाँ है ये कैसा हभी
तुद से ही है जंग मेरी
शायन थे भी ऐसा हो सिलसिला
तुम हो पास मिट जाए पासला
किर हम एही हो जाए गुमशुदा
मेरा सिर्फ तुम से हो राबता
शायन थे भी ऐसा हो सिलसिला
रुकसती के लमओं में
सर्द उन वादी तक पश्मीना ओड़ के आना
खामुशी के रातों में
हमनवा एक पहल रस्मे तोड़ के आना
कभी तो आए तुमको भी मेरी याद
कोई पोचा दे तुम तक फरियाद
शायन थे भी ऐसा हो सिलसिला
तुम हो पास भिट जाए पासला
फिर हम नहीं हो जाए गुमशुदा
तुम मेरा से, तुम से हो राबता
शायन