शरावी शुमा
शरावी शुमा
।
शरावी शुमा
शरावी शुमा
सता सता दा गतो
शराबलद नो मा
साजादा नशोरो
शराबलद नो मा
संगे का मा चुरी का मतावेड़ा मा बालि शुमा
शरावी शुमा
शरावी शुमा
जंज़ा मा पंकादनद चिचलता जंसर सर ।
जंज़ा मा पंकादनद चिचलता संसर सर
जाना ना
कुल सर गुबलावा कुल चाना ना
साधा कुल सर गुबलावा कुलवा
शरावी शुमा
सताधा खुमार उस तरगु नशीप मा खुरीदी
खबरे करंद जान सराज दास या सरी शुमा
शरावी शुमा
सताधा खुमार उस तरगु नशीप मा खुरीदी
सताधा खुमार उस तरगु नशीप मा खुरीदी
मकावस तरगु की खंदाली वने दिक्रमा
हम गाड़े हारे जमां दजंचिंग हारे जमां दमिने यारे जमां
लास के लास उन राखावा जे चरत जमराज रजा जानान
सताधा खुल उस तरगु बला मा खुलं जानान
शरावी शुमा
ला ला ला ला ला ला
दखपन खास्ट रंगोंन नन टोलप मा वशिनदा
दखपन खास्ट रंगोंन नन टोलप मा वशिनदा
बेदार में काओ खियार में कानन देर खो मारे शुमा
शराबी शुमा
सतास्तादा गतो सरा बलग नव मा
साजादा नशोरो सरा बलग नव मा
जंगी गमा छुली गमा तावी गमा वाहि शुमा
शराबी शुमा