नवधवते विक्राला ब्रह्मान्दी मालाविशे कंठ काला त्रिनेत्रीज़वालालावन्य सुन्दर मस्तकी भॉलाते थुन्या जल निर्मलवाहे जुल्जुलाजैदेव जैदेव जैश्रीशंकराआरतीयो वालु तुझकर्पुर्गवराजैदेव जैदेव पर्पुर्गवरा भोलाअर्धांगी पार्वती सुमनांच्या माला विभुतीचे उधल नशितकंथ निला ऐसा शंकर शोभी उम्हा विल्हाला जयदेव जयदेव जयदेव जयश्री शंकरा आरतीयो वालो तुझकर पुरगवरा जयदेव जयदेवदेवी दैती सागर मंथन पैकेले त्यामाजी अवचेत भलभल उठीले तेत्वा सुर्पनी प्राषन केले नीला कंथ नाम प्रसित्थ जाले जयदेव जयदेव जयदेव जयश्री शंकरा आरतीयो वालो तुझकर पुरगवरा जयदेव जयदेवव्याग्राम्बर पनिवर धर सुन्दर मदिनारी पंचानन मनमोहन मुनिजन सुखकारी शतकोटी से बीजवाचे उच्छारी रघुगुनती लग्राम दासान्तरीजैदेव जैदेव जैदेव जैश्री शंकरा आरेक्तियो वालु तुझ करपुर गवरा जैदेव जैदेव