शीवा शीवा
शीवा शीवा
शीवा शीवा शीवा शीवा
शंकरमःदेवमहेश्वरा
शंकरमहादेवमहेश्वरा
शंकर महादेव महेश्वराद
तीनों लोकों का
सामी के दारा
तेरे आगे है जुकता जग सारा
शंकर महादेव महेश्वराद
शंकर
महादेव महेश्वराद
शंकर महादेव महेश्वराद
शंकर
महादेव महेश्वराद
तेरे ध्यान से ही मिलता है सुक्ख प्यारा
तेरे नाम की ये जोत मैंने जगाई
तुझसे मांगी जो दूआ मैंने पाई
हे रोद्र रूपी के
लाशे तुम्हे प्रणाम
मेरा जीवन है महादेवा तेरा वर्दा
शंकर महादेव महेश्वराद
शंकर महादेव महेश्वराद