आये मेरवानों एक रागनी आप सभी के बीच में किस्सा होगा राजा हरिश्चन
मौका उस समय से कि जब उस लड़के रहतास कवर को शरप ने डस लिया
उधर तारा अपने बेटे रहतास कवर को समसानों में ले कर के जाती है
वहाँ पर राजा हरिश्चन से उसकी मुलाकात होती है
प्रेमीज रोताओ जैसे ही हरिश्चन ने तारावती को देखा करोर कप पन मांगने लगते हैं
वो तारावती कहने लगी पिया जी मेरे पास मैं आपको देने के लिए कुछ भी नहीं है
उधर राजा हरिश्चन इतना सुनते हैं उस छिता को थोकर से घिरा देते हैं
और वहीं पर तारावती को छोड़ देते हैं
किस प्रकार से तारावती की कैसी हालत थी आइये सुनेगा
बाकिया वाला इस रागनी के माध्यम से इस रागनी को आप सुनेंगे
देहाती रागनी एंटीजे के माध्यम से
इसको पेश कर रही हैं आपकी लाडली कलाकार राधा चौधरी
आये सुनेगा किस प्रकार से बाकी हवाला रागनी के माध्यम से
हेरसम सानों के बीच रोबती
तारा छोडदी
हेरसम सानों के बीच रोबती तारा छोडदी
हीररिस्तो वाली प्रीत बूपने
हेररिस्तो वाली प्रीत बूपने
हेररिस्तो वाली प्रीत बूपने
समसानों के बीच रोबती तारा छोड़ दी
कफन के बदले साड़ी अरे गड़की लेली माला
जाके काले से कह दियूँगा करे लेले मरघट वाला
कफन के बदले
कफन के बदले साड़ी अरे गड़की लेली माला
जाके काले से कह दियूँगा करे लेले मरघट वाला
प्याही सामे देख सकाना नजरे मोड़ दी
रिष्टों वाली प्रीत भूखा
ने सारी तोड़ दी
रिष्टों वाली प्रीत भूखा
ने सारी तोड़ दी
पिछली आदों पे रोया
फिर असूँगों से मुखडा धोया
सोचन लाग्या क्या पाया
और क्या जीवन में खोया
पिछली आदों पे रोया
यादों पे रोया फिर असूगों से मुखडा धोया
सोचन ला गया क्या पाया और क्या जीवन में खोया
भूल बने से पहले सुत की कली मरोड दी
रिष्टों वाली प्रीत भूप ने सारी तोड़ दी
वो पाँच साथ डग चाला फिर खा के गिरा
तिवाला ईश्वर का नाम सुमर के राचाने गात सभाला
वो पाँच साथ डग चाला फिर खा के गिरा
तिवाला ईश्वर का नाम सुमर के गिरा
राजा ने गात संभाला
जगत रचाने वाले से मन बुद्धी जोड़ दी
रिष्टों वाली प्रीत भूपन सारी तोड़ दी
रिष्टों वाली प्रीत भूपन सारी तोड़ दी
चलता जा धर्म ढगर पे सब काम छोड़ी सुर पे
तेरा तवर विरेंदर खाता मिले जागा उसके दर पे
तेरा तवर विरेंदर खाता मिले जागा उसके दर पे
तेरा तवर विरेंदर खाता मिले जागा उसके दर पे
चलता जा धरम दगर में सब काम छोड़ी सुर पे
तेरा तवर विरेंदर खाता मिल जागा उसके दर पे
हेर चार कली के बाद कभी ने बही सिकोड़ दी
रिष्टों वाली प्रीत भूप ने सारी तोड़ दी
हेर समसानों के बीच
रोवती समसानों के बीच रोवती पारा छोड़ दी
रिष्टों वाली प्रीत भूप ने सारी तोड़ दी