सुबह में काजल, पुनम दुपहरी, साझी खया मरपाली
कस साधी करेला चाही लईके भोजी फुरीया टॉच वाली
रसगर रसीला दिन्या जैसे की फूल हो
ओ करामे खोके हम जैजग भूल हो
जैजग भूल हो
कजरार नैन नसीला जैसे मधु साला
छलके जवानी जैसे जाम के प्याला
चलत डगरीया में लचके कमरीया चाली नागीन वाली
तासादी करेला चाही लईके भोजी
फुरीया टॉच वाली
भोजी फुरिया टॉच वाली
चनचल हवासी खुस्बू अदा का टिलाना
एक झलक में हमके कोई दे दिवाना
अरे धुड़ दो नलाई की दिसडू जाके तू बोलीया
आशी के दिल पर राजी करी अरे साहब कोहे वाली
आशी के दिल पर राजी करी अरे साहब कोहे वाली
ता साधी करेला चाही लैकी भोजी पुरिया का चुवाली
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