आहा दिखे जाए जान दुनो आखी से अपना देखाए जान
आहा दिखे जाए जान दुनो आखी से अपना देखाए जान
दिला में जही बुगूली दागी के जान
ओ मुरे में मुठी भूला पैन हो निसा गाई के हो पैन हो
निसा गाई के हो
चोलो साड़ी को रब तोह से भागी के जान
चोलो साड़ी को रब तोह से भागी के जान
चोलो साड़ी को रब तोह से भागी के जान
कोड़ा है जुड़ा है जुड़ा है
छौनो साड़ी को रब तोह से भागी के जान
कोईले रहु माथा पौर, हाथो धोके का समुह। साधी के निभाई बुहौ, तोहरे सांगे रासमुह।
कोईले बाने माता जो मन निभाई बुनु, रुड़ा मुहिया में तोहरे साजाई बुनु।
रातु भोरो रोले बानी जगी केजा।
ओ मुरी में अमुठी भोले पेनः नी सगाई के ओपेनः, नी सगाई का हौ।
चोलो साधी को अब तोह बहागी के जन जान हो।
चोलो साधी को अब तोह बहागी के जन जान हो।
आगे गे जान
कौन कमी हमारा में पहलू जान बोला हाँ
कह सा दिरा हुलु सांगे हो तारा जो खोला हाँ
बोला है बोल ये बाते माझ बोरेनु
कान खोलिके सुना संकर पोरेनु हाँ
साथ तो फेरा लेके जईबू आगे के जान
ओ मुरेने अमुठी भौले पेड़े
हाँ नहीं सागाये कहो पेड़े हाँ
नहीं सागाये कहो चोलो सादी को रब तो
से भाग नहीं के जन ए जण हो
चोलो सादी को रब तो से भाग नहीं के जन