छोड़ी सही आपको प्रता है
ये रजा हून मनवात भावना
कखली मजली के उठ केछ सहीये मैं
छोरी सहीयाँ, छोरी सहीयाँ
सादी भयल लड़ी कहीएं
छोड़ी सहीआँ, छोरी सहीआँ
अब साधी भयल लड़ी कहऀें
रहु का बाब मोहा
सब उज़वतन
कहें धोके कमरिया रहा जा सुखततन
का बाब मोहा सब उज़वतन कहें धोके कमरिया रहा जा सुखततन
हत डला हुन देल करी हाई ये में
छोड़ी सहीया अब छोड़ी सहीया साधी वाले लाड़ी कहीं
सुणि हामारे ये धन नहीं करता मां
मन कहीं देल रहा तुस गहिए में
छोड़ी सहीया
साधी वाले लाड़ी कहीं ये में