उटों में एक छहरा अन्जाना था
पर दिल ने पहचान लिया
फूलों के नीचे वो तेरी आँखों का चमकना
महफिल में सब थे पर तू ही था जो अलग था
वो लहराता दुपट्ता
वो मुस्कुराहत की बात
मैं सीधा दिल से तक्रा गया
बिना किसी राखे साथ
ना तूने कुछ कहा
ना मैंने कुछ बोला
पर हर नजर में कुछ था
जो दिल में दोला
तेरी चुरीयों की खानक में
पर तो था शादी थी किसी और की
पर मिल गया मेरा प्यार का रासता
शादी में पहली बार मिला और दिल सीधा
तुझ पर या गिरा ना डाइंस को ठाना केंडल
लाइप तेरी एक जहलक ने कर दिया लव तरसाएं
के तेरी के कोनर पर तू गोर गप खा रही थी
मैं लाइं
था पर आखों से तुझ में खो गया था तेरी हसी में तो कुछ चंचल साराग
जैसे धोल की बीच पर धड़कने लगा हो मेरा भाड
फिर किसी को जिनने हम दोनों का नाम लिया
और वो आक्वर सी स्मायल
दिल को चुपने लगा था तुझ पर ज़िनने लगा था तुझ पर �
दो गया
तुमने कहा शादी काफी मस्क है ना
और मैंने सोचा तु मेरी भी बन जाये
दो बार बन जाये ना
शादी में पहली बार मिला और दिल सीधा तुझ परिया गिरा
ना बन बजाना शैनाई और दिल में ले ली तेरी
आदों की सगई
लोग तो
नाचे पर हम दोनों बस
खामोश थे
नज़्रे मिलती गई
लम्हे रौशनी से भरते गए
हम
दाई कि तुझने विश्को नाते और परिया देये
तो उपको चीवनी बाईगा
ये आत्मा इत्हां पाती तबाही तमोदे और आपनोसन यश्व की तैसे तबाही ताई
ये ताय माओडा हैं
तो तेरे तुट तट तन गया है
भैकता इत्मा से तुभारी है
तुम या मागे पिछाल ही है
यी पानी कैसे होगी
तेन अभ्याति कांगे
या पभुतन चेहिंग ते आपको भी थादे आदेन किसमजाईशन
पकाच मेली थे चलंब तुम आणी एपच्छ कोई उती खसान है
आणिजर वाही ते आगुल तीदे बेरवारी ना गुडलेच फोर आदेन
पिसी पध गुबफ़न नहीं है परिवन साकनी अक में येसो
अक आजार कों में आणिकर अंचल सान ना इच्छों दरमें