न्यूजिक बाई, अन्यूजिक बाई स्टूडियो, विरोजा बाई, सखा
लीजि दोस्तो, अर ये भी एक न्यूजिक सौ, आपके भाई भल्डी राजेशानी की यमानुले, M.B.A. म्यूजिकी पर सुधीले
अब लाला रमी, एक आशिक, और बने सेटिंकी साधी में पोझगो, तो के रोबन दिये वारेंजे, तो हमाला को संदी दिये वाले
अरे खोले खोले धर्कन पी बन दे, हो भी अरे तुपी बन दे, हो भी अरे तुलचेँगे सारी रात में, सेटिंकी बरात में
खोले खोले ढक्कन पिवन्दे, ओ बियर तू पिवन्दे, ओ बियर तू नचे ओ सारी रात में, सेटिंगी वरात में
हर्स, हर्स, हर्स, हर्स, हर्स, हर्स, हर्स, हर्स, हर्स, रोह प्यजानना से, सारी रात में नचे हो
हर्स ओ रोह प्यजानना से, सेटिंगी वरात में मना चेंगे, फा छास्気 नैने त्रो प्याणे नेये।
रुपि गयो ग्याओ पिली चित्ती भी आई
मेरी सेटेकी अब हो गई सगाई
रुपि गयो ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि गयो ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि ग्याओ पिली चित्ती भी आई
रुपि ग्याओ पिली चित्ती भी आई