अमराज ते बोले
अपने ते सुतल रहे हमके जगा हावे
काबो ना हमारा के खोरा उठा हावे
सजिया ते बारा बकल होले राती के नहीं हमरा से बोले
सजिया ते मन हमर कहरे राजा जी नहीं हमरा से बोले
अपने ते सुतल रहे हमके जगा हावे
काबो ना हमारा के खोरा उठा हावे
सजिया ते बारा बकल होले राती के नहीं हमरा से बोले
सजिया पे मना हमर कहरे, राजा जी नहीं हमरा से बोले
सजिया जी हमरा के कुछ नहीं करे, आवेला पीके जब सूत जाला घरे
सजिया जी हमरा के कुछ नहीं करे, आवेला पीके जब सूत जाला घरे
कितनों मनाई हमे तबो न महने, मन मा के बात सथी संया न जहने
राधी के मना हमर कहरे, राजा जी नहीं हमरा से बोले
सजिया पे मना हमर कहरे, राजा जी नहीं हमरा से बोले
हमरा से बोले
तन को ना यब हमर मन नहीं लागे
रात भर पी रात हम के सताबे
तन को ना यब हमर मन नहीं लागे
रात भर पी रात हम के सताबे
चाली चलाना होकर हमरा ना भावे
सजिया पे हमरा में तन को न सहटे
सैयते बरा बकल होले राती के नहीं हमरा से बोले
सजिया पे मन हमर कहरे राजा जी नहीं हमरा से बोले
हमरा से बोले
अमधा से बोले
अमधा से बोले
आदत ना निक लगे सानी मी थून हो गानेस पटे लेके सुधरे ना चाल हो
आदत ना निक लगे सानी मी थून हो गानेस पटे लेके सुधरे ना चाल हो
खिड़की से देखे देबरू हम के चीज़ा हावे हम का कोडी ये सखी कुछ हो ना आवे
संयाते बारा बाकलो हले राती के नहीं हमरा से बोले सजीया पे मना हमर कहरे राजा जी नहीं हमरा से बोले
अपने ते सुतल रहे हमके जगा हवे काबो न हमारा के खोरा उठा हवे
संयाटे बारा बकलोले राती के नहीं हमरा से बोले
सजिया पे मना हमर कहरे राजा जी नहीं हमरा से बोले