खुराबाद में सायान भोनी अपना का
अब तो सायाँ जी सेटानी को सराम नाईखे
धान लोट गईल तब कुनो गाम नाईखे
राते सूतल राही दिया के आँजो राबाद में
सायान भोनी अपना सायाँ जी के को राबाद में
नाईखर के राहे सु कुवारी जावानीया रे
चाड़ हता देही आपसा सु राखे भोनीया रे
तो माझा दे बेला माराध पोरे पोराबाद में
सायान भोनी अपना सायाँ जी के को राबाद में
सायान भोनी अपना सायाँ जी के को राबाद में
जब से कर ले बाटे राजाजी गावाना हो तो इयसे दिन राते खुस राहे मनावा हो
रोसं सुमित चंद्रबंसी उठे भोराबाद में
सायान भोनी अपना सायाँ जी के को राबाद में