परिके सोक जुठे भाव काहे खाति हो
परिके सोक जुठे भाव काहे खाति हो
परिके सोक जुठे भाव काहे खाति हो
प्याज अपन पतनी से कोडेला सुहतनी
जाके सवतिनी अन्जानी
छाटेलो छटनी
प्याज अपन पतनी से कोडेलो सुहतनी
जाके सवतिनी अन्जानी
छाटेलो छटनी
काहे हो
देके तो जहाँसा कोडेलो तमासा
चोड़ हर बातो हरा पातो सरे होना सा
उमे के होम नाही होनी ये गोरी
बातो के बुझो नाहा मारे जरासा
काई नाही बुझती हो
देके तुझ्छा सा कोरे लो तमासा
चोड़ हर बातो हरा पातो सरे होना सा
उमे के होम नाही होनी ये गोरी
बातो के बुझो नाहा मारे जरासा
जानी ले जाकी कोही कोरे लो तु खोटानी
प्यारा पर पतानी से कोरे लो तु होतानी
जाके सावा दिहनी अक चाटे लो चोटानी
बातो के बुझो नाहा मारे जरासा
जानी लो तु खोटानी से कोरे लो तु होतानी
बातो के बुझो नाहा मारे जरासा
जानी लो तु खोटानी से कोरे लो तु होतानी