बहरा से कबो कबो आवेला तू घ़रने
सेज़ियाका हाथ नाहें दालेला पहमार में
सुधेलो में हग लेके आपना
देखेले स छबोतीय के सादर में
पुछे के सापामान पर हो तुम्हां बढ़े परेजाएँ
कोई सनहा मान तोहर भावे नमे हो दिया
खाये के खाना खोजे लो भावो खाड़िया
और सुनो आदे मुह मादे के नमे नी छुटा ये बाला मुहा
भेबोदा रोखले का खूटा ये बाला मुहा
ओक होडे भोडे नमाना जापाना खेला सवती ये के सापाना
सुधेलने हमर समय अपना
खेला सवती ये के सापाना
मुझे बाय
आर्या शर्मा
पिया हो प्यार तो हरवट कोटा सेज़ के दोखा में फेल कोईले बड़ा ना रहज के
हांता लई की पठावेला तु होगे सादी सुधा बोने ना सर्हिप सरा कान बवे होदा
पड़ी तो भार में हो रखे के लपना खेला सवती ये के
सापाना सुधेलने हमर समय अपना खेला सवती ये के सापाना