आज ये सबीरे नहीं रहा तारा घार में
हमके छोड़ी पड़ल बड़ा काउना केच्छा कार में
सा ज़िस सबीरे नहीं रहा तारा घार में
हमके छोड़ी पड़ल बड़ा काउना केच्छा कार में
प्रहांसु धारा ना तलू ला ठाके फार दे
सवत पटई बहत जाने से मार दे
सवत पटाई बहुत जनवे से मार दें
सवत पटाई बहुत जनवे से मार दें
दिन भरी रहे लो घर वैके बोहरी
घुमे लो गाउ गाउ घुमे लो नहरी
मोरे दिलावा मेरा जाय अब जो कम लागता
तोहार पहले से बिगडल रोहण लागता
नमः बतादो खाली छोटा धखे जार दें
सवत पटाई बहुत जनवे से मार दें
सवत पटाई बहुत जनवे से मार दें
सवत पटाईबो तो जाने से मार देम
हम रखे रखे लो राजा भरो में
लागो तो दूस बटे हमरे करो में
नस्या तो बुझा बात ना तो घाथ हो जाई
ना तो प्रीयां के दोसर कोई खास हो जाई
सोचे ना होई बो संयाय संतो के प्यार देम
सवत पटाईबो तो जाने से मार देम
सवत पटाईबो तो जाने से मार देम
सवत पटाईबो तो जाने से मार देम
खुण कर दे दे