सत्यमी,
सत्यमी, सत्यमी वुझेती
सच्चाई हम सफर हैं,
मुश्किल ये रासता था
जो भी जुबापे लाया,
मन का वो आईना था
साथी नहीं है तो या,
जीता नहीं मैं तो क्या
जीतेगी सच्चाई एक दिन
सत्यमी वुझेती,
सत्यमी वुझेती
मिठ्या का हाथ थामें जग ने मुझे बुलाया
सत्यमी वुझेती
सत्यमी, सत्यमी,
सत्यमी वुझेती
सत्यमी, सत्यमी, सत्यमी वुझेती
सत्य में वुझाते