जब मैं था तब हरी
नहीं
अब हरी है मैं नहीं
दीपक रेखा
माही
दीपक रेखा
कि सबका जाएके बाद
सत्य के सबारी पण
कि सबका जाएके बाद सत्य के सबारी पण
बाद समाला
गारी पण
रोही चार को स्टेरिंग
उम्जा काना को
लिबरिंग रोही
कि
चार को
लगी है चारों
किनारी पण कि चार को डराई बड़ा लगी है
चारों
किनारी पण बाद समाला गारी पण आ
कि सबका जाएके बाद सत्य के सबारी पण बाद समाला गारी पण आ
रोही उजर गारी के पाल सबलो रोही रोही बेहाल रोही
हाँ
सबलो लेके जऊई है
मरगथ के दू आरी पण
सत्य के सावारी पण
यूगुल भुलैहा जनिते
एको दिन उरितो हरसीन
हे जूगुल भुलैहा जनिते
न एको दिन उरितो हरसीन,
उरितो हरनीद, उरितो हरनीद
कि मोनी सलोर बोही है
प्रेमो केलाचारी पो
हरे बास वाला गरी पण अना
कि सबका जाये के बाँ सत्य के सबाधी पण
बास वाला गरी पण आ
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật
Đang Cập Nhật