तकदीर के कातिल बाने
हम अपना हो गई
जे सुकुन रहे दिल के वो है सापना हो गई
जे कर यासु हम ही हम ही मुस्कान रही
जे कर धरती हाँ
हम ही तच्छान्द रही
जे कर यासु हम ही हम ही मुस्कान रही
जे कर धरती हाँ
हम ही तच्छान्द रही
उहे आज मैं इखे साथे
आईसं घाटन हो गई
उहे आज मैं इखे साथे
आईसं घाटन हो गई
जे सुकुन रहे दिल के वो है सापना हो गई
जे सुकुन रहे दिल के वो है सापना हो गई
खुद से भी ज़्यादा दिपक कमत रहे प्यारू
अखिया से छलके ना देव असुआ के धारू
खुद से भी ज़्यादा दिपक कमत रहे प्यारू
अखिया से छलके ना देव असुआ के धारू
अखिया से भी ज़्यादा दिपक कमत रहे प्यारू
जे सुकून रहे दिल के उहे सापन हो गई
जे सुकून रहे दिल के उहे सापन हो गई
जे सुकून रहे दिल के उहे