सांबल्या से हमरी नहीं बनी थेसांबल्या से हमरी नहीं बनी थेबस एक बार चर्णों में पिछले की का दाबस एक बार चर्णों में पिछले की का दामैं लोबार सिया के पैयां पड़ी जैसाम याद सेहरी नाही बनी जैसामैं उचडी भी सबदी भी बिगडी पनी भीके बाउने जैसे वैसे सही देके बाउने जैसे वैसे सही देपसीजे किसी बात से भी न साज़पसीजे किसी बात से भी न साज़मैं रुई, मैं तड़के, मैं रुची, मनीजेमैं रुई, मैं तड़के, मैं रुची, मनीजेवो कैशे मुझे अपने मन में बसातेवो कैशे मुझे अपने मन में बसातेवो कैशे मुझे अपने मन में बसातेवो कैशे मुझे अपने मन में बसाते।