जैभिरी केहु मिठाना पाई हो
जैभिरी केहु मिठाना पाई हो
शबही केखास गो कलब के बल पे बनोल इतिहास गो
जैभिरी सुना बाबा साहब होमे शबही केखास गो
कलब के बल पे बनोल इतिहास गो
तो इनका आगे पूरा दूनी यामे टिक न पाई गो
तो बाबा साहब के संभी धना मा केहु मिठाना पाई हो
तो बाबा साहब के संभी धना मा केहु मिठाना पाई हो
इनसे बड़ा ग्यानी केहु
न लिखे जहान में
सबके माने सबके बसले परान में
तो इनके देन से दिपक के तो पलिफ न आई गो तो
बाबा साहब के संभी धना मा केहु मिठाना पाई हो