मैं तरी आँखों का साहे मैं तरे दृखे ही पाबेशहूँ मसाफिर मैं तेरी मर्जवइश्ट का दरिया है बहतर उब जा तुझसे है कहता आ मेरी बाहो में आकेल हैओ शराबी क्या शराबी दल में जिसके रूम न हो बटका समझू शराबी पास जिसके हम न होसाकी साकीर एसाकी साकीरअब बासंट रहना जाए कोई कानंट शबाधीसाकी साकीर एसाकी साकीरबास� founders hatte called meये विस्तकाई को मार मेरों तज़ पे है चाया जोفربا ہوا جو مجھ پہ خوش نصیب پڑا ہے وہکہو شرابی کیا شرابیدل میں جس کے ھم نہ ہومٹ گیا سمجھو شرابیپاس جس کے ھم نہ ہوıyı ساکھی ساکھیHaapons da rehna jaane Gaon hi ke haanish baagiیی ساکھی ساکھییی ساکھی ساکھیअब बास दा रहना ताए कोई खारिश बाकी