अड़पा किन्तु बुझी हुएबेसी बुझी बाको साबो आपो जेस्ताआजो धारी ब्यर्था जाएअधर भासा स्पुरण न हुएस्पंदन रे जाए रोहीकोही बातु जाहा चाहुता ताहापारो नाही काही कोहीनया नाला ताके किति कथा ब्याथाबही जाए छरा छराअपलो का नित्रे देखिले बिजेतेभुझी बाहुए दुसकरासकितु मा आखी कहे कथा बहुअड़पा किन्तु बुझी हुएअधर भासा स्पुरण न हुएअड़पा किन्तु बुझी हुएबुझी हुएबुझी हुएबुझी हुएबुझी हुएबुझी हुएबुझी हुएबुझी हुएबुझी हुएबुझी हुए