साजड़ यह मत जाणियों तोह विछड़े मोहे चैन रहेजल्बिन जैसे माच्रे तरपत हूँ दिल रैनथार वो भगवान को पागल्बन में चैलेंज करता आय।आना की वो पुनर जनम लेगा उसे हासिल करने के�ggi।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।।चाहत है मेरी सज़दो तेराचाहत है मेरी सज़दो तेराआखों में मेरे चहरा तेरामाहों में तेरी है जादूदिल पे नहीं अप है काबूदिल पे नहीं अप है काबूतज़ना मैं तेरी तू मेरासजनी तु मेरी मैं तेरानैना मिलाके मैं तोहारीसजनी तु मेरी मैं तेरासजनी तु मेरी मैं तेराबड़ी मन्नतों से पाया है तुझेइस वार खोने नहीं दूँगा