अजय को कि अ
संया तो मेरे पास आ
तुझ को मैं प्यार दूँ सवार दूँ आजा
संया इतना करीब आ
मुझे को तु ये बता कहां छपा हुआ
कम होती क्या नाराजिया
नाराजिया
नाराजिया
नाराजिया
सांज डले सदियां चले
इश्क की मुराद बढ़ती रहे
संया व्यापारी कारुबार ये करे
एक बार दिल लगा ले जिसम ये जले
जड़ जाओ मर जाओ
तो आजा
सैया
तु मेरे पास आँ
तुझको प्यार दू
सवार दू आजा
सैया
धड़कनों को ना बड़ा
थोड़ा करीब कहां छपा हुआ
कम होती क्या
नाराजिया
नाराजिया
नाराजिया
नाराजिया
नाराजिया