होली है
बची अब की का पुरो बोलम लाइल बाडु
बोलो कुछ बोलो
फिर होली में लगे आईल बाडु
बची अभी तुम क nucी हो
लाजली हाईटू छोड़के बोलो
बाती दिमाग को पढ़ जाए
लाबीज बना दियो झाल जी
संयक पिचकारी बढ़ जाए
बूरे सफ के भूचूर भूचूर तो देह पहमरा पड़ जाये
जाना तारे का पूरा भारती
अब किना छोड़ी उकवनो कसर हो
तुये मिनट में उकदी असर हो
साचो का
ए बाबा का तदी
दावा है का हो ऐसा नमन तौर बाबा यब की मारी बाली में भौर देवे मौर साया साडी दोहरा खातिर दूआ कोर अब जिनगी तोहर सुधर जाए
ए जी कनाची रावीज बना देयो जाजी साया का पिछका रीबोर जाए जाना या फिर आठ फूट का हो याई का हो दूरे सप के फूचर फूचर का देह पहमरा पोडजे जाना जा धे राइबू गीर संगीत में ओजहटी कराओ जा
होली है भाई होली है पुरा ना मानो होली है
जुट ना ही साचे अंकित को होता रे साचो
जायब किरसू गम से हो जाईबू गोशो
ठीक है बाद
आर्या जी के देख लूँ हाँ
बर्देसी पिया जब बुकारा सुटाच हो
दन को एनर्जी ना हो खेखा राच हो
निर्मल जो गिसके देखे बेर में पाणी पूरा जौर जाए
तो सुनियो ना
बोलिये ना
राभीज बना दियो जाजी स्मयक पिचकरी बोड़ जाए
देख लूँ हाँ
जी दूरे से फिके फूचूर फूचूर तो देख तो हमरा पड़ जाए
जा ना जा मैं लगन तोहरे भोगी रही जा अबाद रहो