कबो बनावेन खाता
और गबो बनावेन अमुकी
एसाखि सोया हमर हामे रसोई घर कहती
गरी भोले हाकेले और लमा लमा होडे
एसाखि सोया हमर हामे रसोई घर कहती
सुनाओ
हाँ मयालू छीनी ताऊओ हुखाथा सबाएह गणवा
रोटी जब फूलाई लाघी लावेने बेलावा
जब उच्छुए लापस नमा हो हाँप दिला उनका के बेनामा हो
बुझेले बाकी हमा दिलावा के फिलें
खात तो होखाना वसनाम हाँखीन हो दो सर
दो सर चीज़ केव़ होखाँफ सबहाँखीन हो
इसाखि दूनो बेरा हमरा के तेबेले आराम
तेलवा लगाई खाले साम के साम होबे दिनदार नामो हटे सुरसिण
इसाखि साइया हमर हामें रस होई ही घर के की