सय्या
मोरा सैंया
सैंया मोरा सैंया
मानत ना मोरी बार मोरा सैंया
मानत ना मोری बार
कैसा बेदर्द
है उसका शिरिंगा
जी चाहे जी से लगालूं
पलकों में अपनी छुपालूं
हो जाए कुछ ऐसी बात मोरा सैंया
मानत ना मोरी बार
मोरा सैंया
मानत ना मोरी बार
आसू मेरे ये
आसू
मेरी आखों में सूख गए
मेरे बन कर मेरे हाई मुझसे ही रूट गए
सैंया मारा सैंया है
आसू मेरे ये
आसू
मेरी आखों में
सूख गए
मेरे
बन कर मेरे हाई मुझसे ही रूट गए
जी चाहे जी से लगालूँ पलकों में
अपनी छुपालूँ
हो जाए कुछ
ऐसी बात मोरा सैंया
मानत ना मोरी बात
मोरा सैंया
मानत ना
मोरी बात
मानत ना
मोरी बात