वो बड़ी विस्ते
वो बड़ी विस्ते
कानवाली पहिरले बारु जान मार
खथलालीला गोईले बारु चाटकार
माना करो तारो छुआहीसे
तो यार बानी सुबहीसे
दियायावतारे दुबाईसे
तो यार बानी सुबहीसे
सुनायावतारे दुबाईसे
तोयले बानी हो मुसो रो हो सिर्ंहा
तो बोलों खतिर खु बही से, कोई आर बनि सुबही से, दुना आवतारे दुबही से
तो बोलों खतिर खु बही से, कोई आर बनि सुबही से, संया आवतारे दुबही से
लागतारु ए गोरी पारी हो, लस भारी हो, मन करे भर पाजा धारी हो, इसी पारी हो
ये बाबु बोले है लाकाती हो, इबाते है सैयाँ कथाती हो
कहे नै खुतु गोरी ताईयार, हामाँर बात सुनहीसे
ताईयार बनि सुबहीसे, दिया आवतारे दुबाईसे
ताईयार बनि सुबहीसे, दिया आवतारे दुबाईसे
रुई जस्बारु गुला गुले हो, रस गुले हो, लिखलाल बाये गोरी गुले हो, बाले खुले हो
आजे राज के बात कही ये, बैजानीती सवनही से, तई आर्भनि सुबحी से, भी आया बतारे दुबाई से
तई आर्भनि सुबही से
पिया या गता दे दुबा हो इसे
इवा त्वाका