गाऊँ के सौसुर जी होई पाराधान, भौसुर जी होई नंपालावा, सोखी
गाऊँ के सौसुर जी होई पाराधान, भौसुर जी होई नंपालावा,
मिलता सुखावा ससुरा में, तुली मेरा करावत जोगा,
सोखी सोईया सिपाही हो, मुर देवारा दरोगा हो,
मिलता सुखावा सिपाही हो, मुर देवारा दरोगा हो,
कोखे, कोखे, कोखे, कोखे, ए! कोखे जब आ वेले, राजा जी टी उठी,
लागले निहाले हमारे सेहरा के बियोटी,
आशु पर बाड़े हो, तब से उपर बाड़े हो,
रही ले मोगन हमारे घ़री मान, जाने को रत सब लोगा हो,
सक्ही, सइया, सिपाही हो, मुर देवारा दरोगा हो,
सुखे, सुखे, सुनो, निके सुखे बानी अपना,
राजा जी के घ़र में, सतु आखी आवस सासु, सनके दुपर में,
बाड़ी सु घर जे खानी हो, माने वो हिन के खानी हो,
पियायो भी सेक बोने लेयो, कोबरो हम के बोना वो तु जोधा हो,
सक्ही, सइया, सिपाही हो, मुरा देवारा दरोगा हो,