पढ़ियां के छोकोडियां से जाड़ मेरी ज़वाँ
हमारा से रहत पिया दूरे दूरे
स्व्वक हमार नहीं पूरे पूरे
का कोई सक्षिया रे का कोई सक्षिया
हमारा से रहत पिया दूरे दूरे
स्व्वक हमार नहीं पूरे पूरे
हम के भावना ही देसमतिया मार ले लेता
हमरा संया के छोकोडिया
तो हमरा संया के छोखोडिया बिगाड देनी सहा
हमरा संया के छोखोडिया बिगाड देनी सहा
हमरा के मेहरला पहन ना बुझेले वेनी की जी एनी को बहु ना पूछेले
और सुना कि कहियो सुधो दिनां पहरत के जात हो देखाईब हम हूँ इनके अवकात हो
मारी उनको देधन सब जादे लेनी सहा
हमरा संया के छोखोडिया
बिगाड देनी सहा
कि हमरा संया के छोखोडिया बिगाड देनी सहा
हमरा संया के छोखोडिया बिगाड देनी सहा
हमरा संया के छोखोडिया बिगाड देनी सहा
हमरा संया के छोखोडिया बिगाड देनी सहा
हमरा संया के छोखोडिया बिगाड देनी सहा