बीत गएल रात राजो दे रजने कान
बाई जाता बोर या कवरी आमेधारी
बीत गएल रात राजो दे रजने कान
बाई जाता बोर या कवरी आमेधारी
उठाता दा रात बोरे पोर ओकमार में
कुछ ना ही कोरे पहला सैया रात बार में
कुछ ना ही कोरे पहला सैया रात बार में
देरे धेरे धड़कन बोहे आहिरे माई
धिपर जराई तानी सुघराई
नसे नसा नसा चोहे का बताई
लसा तटे बाई मौलदी दवाई
चरत सरी रही जवानी के लोहार में
कुछ नहीं कर पहला सैया रातवार में
कुछ नहीं कर पहला
सैया रातवार में
मन नहें मानत बाटे महरतानी
सुढ़ा दिल चानी हाई तो हरानी
मन नहें मानत बाटे महरतानी
केहु नहीं जानत बाटे जारतानी आईल बसुनामी पाइनी पाइनी पाइनी
अजय ओजा संगे निसा रही है नाधार में कुछ नहीं करे पहला साइया रात बोर में
कुछ नहीं करे पहला साइया रात बोर में