मुहुट बनाके सन्या पाई बाई
कहक भागूता है
मुहुबुट बनाके सन्या पाई बाई
कहक भागूता है
देवारे ही सेज़पाएं आके ओपे भौधि कहता है
मुहुबुट बनाके सन्या पाई बाई
कहक भागूता है
मुहुबुट बनाके सन्या पाई बाई
यह बारे ही सजपाया के उठे भाऊँ जिका होता यह सजपाया के उठे भाऊँ जिका होता
यह बारे ही सजपाया के उठे भाऊँ जिका होता
कुहोडा में धाईक सये कहा बुहा नहीं सूताता
यह बारे ही सजपाया के उठे भाऊँ जिका होता
यह बारे ही सजपाया के उठे भाऊँ जिका होता
यह बारे ही सजपाया के उठे भाऊँ जिका होता
यह बारे ही सजपाया के उठे भाऊँ जिका होता
बोला का बताई सकी लाज के हम बात
सन्या वाला महजाले तहर इंदोर पूरा रात
सन्या सुभास सेना लही का होई लागता
सन्या याज याशिक सेना लही का होई लागता
गह बड़े ही संगधा
या के ओके भावूजी का होता है