प्रेली स्रोताओं का भीच में पेस है एक रागणी
किस्या होगा पिंगला भरतरी के प्रसंग की बात
मौका के जिस समय
विक्रम स्कूल से जल्दी पढ़गर के घर वापिस आ जाता है
अब तो अपनी भावी पिंगला के महल में पहुँच जाता है
और महल के अंदर कुछ हलचल को देख करके अपनी भावी
पिंगला से एक बात के माध्यम से पूछने लग जाता है
आईए इस रागणी को लेकर कि आपके बीच में रहेंगे
सिंगर अज़े भढ़ाना प्रिति चोधरी बुलन सहर
देहाती एंडी जे म्यूजिक के माध्यम से
सेहें करें से बहें तु विक्रम दिल का साधा भूडा से
देखी हल जल तेरे महल में किस तरीया करोडा से
किस तरीया करोडा से
तेरे भाई के ब्याही आई वो मेरी सुनाई आप करें
गंग मेला में किस की गेल्या भाभी मेल मिना आप करें
नू पॉली सॉली छोड़े गोली क्यूं देवर मन सापाप करें
गेर पुर्स पे हो रही फुस्ना भाभी पस्ता ताप करें
ना अपने मन को साप करें ना अपने मन को साप करें तू बोले आओडा सॉला से
मारी रग रग में आज बाद गंग में घोड़ा से
देखी हल बल तेरे महल में किस करियां चरओडा से
बिना ब्योत रहा तान सूत तू उत बता कि चहा वैसे
तारे आपदी करें खराबदी क्यूं बापदी जात घटा वैसे
मिली बोल रहा पाप गोल तू जूटा ढोल बजा वैसे
यो जोबन धन अनमोल रतन क्यूं रेते बीच रणा वैसे
जूटा यव लगा वैसे तेरे भिल में दोडा दोडा से
किसी एर गहर की नहीं चहत तने
वात कोँ सच्छाई की
सदा पाप की मेवां चां खिन परवा राखी भाई की
परवा רाखी भाई की परमेसवर नं सुने तेरे कदए पापी और आनयाई की
परवत नहीं च्छपे हंभापी कदए आडि ने तहराई कि
सब नहीं छिपे भावी कद पाड़े तेराई की
तू ना माने भोजाई की
बाद विक्रंग
रया मेरे सामी बोल हरामी कामी तेरे लिहाज नहीं
इसके बिमारी लागी भारी इसका कारया इलाज नहीं
पिक्के हर दम राखे तना तनी कदे देख्या नर्म मिजाज नहीं
नंद लाल बांध ले पाल धर्म की गिरे तेरे पेगाद नहीं
कह भेग राज तन दिये जखम तू आटम बम का गोड़ा से
नंद पावन कर ले तो मिला मन उसका गोड़ा से
देखी हलगल तेरे महल में किस तरिया करोड़ा से
अरे सेहम करें सेहम तू पिक्रम दिल का सादा गोड़ा से
तू पिक्रम दिल का सादा गोड़ा से