यह जि..
कहा हरे..
आरे आरे तानी हो पड़ा....
दिखेना यापन भावी के
का भावी ?
भावी ते पुरा पहिओंर के तयार है
निकता लग था का बात है ये
अरे मतं वो है निकाज लग था हई दिक्खता
आका पहली ंदिखता
अरे ते भावी मार सुन्दरी स्मार्थ है तब निकल गणी
तू कौने फेरामे है रे मुशाईनी ?
हमारी फेरामे सुना मार बात
बड़ी ज्ञामक आवा तारी पिया राउर भावी
सुना तानी
हाँ हाँ सुनते हरी
ये भावी बड़ा चमक भमक मेरे हाथारे
अहाई देखो तानी का चाल वाई मैं बावू हो
सुनी
बोल
बड़ी ज्ञामक आवा तारी पिया राउर भावी
पेनी सोडीया गुलाबी
पेनी सोडीया गुलाबी
अरे तो भावी सरकारी सर्विष करते हूं वो
हाँ
तो भावी उनकर बात अलग है न
अलग कैसे बात राउर तो उनसे कम थोड़े कमाने
का हमरा के ज्ञामक ज्ञामक पहने के न मन करे लका
अरे तो भी हम तयारी कर देये न नुकरी लग जाये न
हाँ
तो भावीया
जो साडी लेके आवे न न दू हाँजार के
अच्छा
दिपेन सडी या गुलाबी
पहले हमार बात सुने
हाँ तो देर बर्बर है ये से कुछ भी आई
सुना हमार बात
बोल
बुझाता
हाँ हाँ बुझाता न बाहर
हाँ हाँ बुझाता न बाहर
हमार अर्मान के दिया
बुताइले के बुताइले रहा जाता
हाँ
गुस्सा बारे देखो पानी फ्यागे ते बोल मां ठेया
सुना पहले
हमार मौन करे सवक
आपन पूरा कोली वो
सुना तला
कुछ सुना ले आई
आपन पूरा कोली हो
जाकी सहरिया कोरी कमायी
कामण यहिंसे छौली हो
हमार मौन करे सवक
आपन पूरा कोली हो
सुना तनी जी
हा हा बोल बुल
हमार बतीय इशा मौन का पूरा कोली उन्य
तप्रते के?
हुँ
सुना हमार बात
हो ए सन में हो के देखा वो तारी नावही
हो ए सन में हो के देखा वर तारी नावही
सोरीया ग़ुलाबी पैणे
सॊरीया गुलाबी
सॊरीया गुलाबी
ए हमर रानी
तु कहत न बढ़बड के बोले लो कथ न तंया दबा दे
हाम हो के ओईसा नोईसं साडी चाहिं
अपने मर्दे के तरे बोलन जाला
तर अपने मेरारो के इसे तरसावए जाला
हरे पगली तु मजबूरी समझली ना
का बा मझबूरी है?
उसरे की सुही कहाली चीहाली सुन आ मार भार
बोला न.. बोला
दुक्शत आके फैसन ने देखी ए गोढी
काहे जा लोझेवी हो
काहे जा लोझेवी हो
काहे जा ल्यावीो
इस जरोत थोरे हो बानी
बाइस टको हो दुबाइन
काहे जा लोझेवी हो
काहे जा लोझेवी और
भार लाला यी पेतवा को भार
कहावा से भारी हो
कावल भारी भारी
कावल भारी भारी
कावल भारी भारी
कावल भारी
हमार तो जिमागोबेना काम करता कि कवन काम करी
जा बाहर कमाई ये तन तमाम फैक्टोरी परल बाडी सौन
तो जा तरहनी कलक़ता तो तुहीन रोग देलू
तो तु कलक़ता जईबा हैं दुसरा के पतावे
कहा जाएं तो
दुसरा का फैसन देखी ये गोरी
काहे जालू जारी हो
भारल नाईः पटावा तो हरि
बोला कैसे भारी हो
और सून
का हाँ
अरे भावजिय अभाया के सूपर चावी
तो हम राउ के बनादा
अरे भावजिय अभाया के सूपर चावी
अरे भावजिय अभाया के सूपर चावी
कैने सोड या गुलावि, कैनी सड या गुलावि
कैने सड या गुलावि, कैनी सड या गुलावि