साडे के लंगाड़ी से कोई ने पड़ोमौसम सुहाना बाते सुनो ए प्यारीकाहें के मने मने देत बाड़ू गारीमौसम सुहाना बाते सुनो ए प्यारीकाहें के मने मने देत बाड़ू गारीले वेदा माजा को रामै आजाअईसे ना हम केटा रोख रोख रोख रोखसाडी के लाताडी से कोई ने पड़ोकवन लो ते राजा जी धाई ने पड़ागरम या सहम के मुझे ले पड़ाकवन लो ते राजा जी धाई ने पड़ाबारो बेइमान राजा हो मन नदान राजामारो तरमु सुकीनु हौहौ में होर हमें बना नहीं होले वेदा चुस कीनु होजाए हन्दियों ने अतना नपादी बेजारम जीआज गुझाना मरद के तुमारम जीमुद बिगारा ना बदेसे मारदने बहुत तंगी जावन करोसाड़ी की लकाड़ी से कोई ले बड़ोकोवो नलो ते राजा जी धोई ले बड़ोगोरो में यसा हम के मुई ले बड़ोकोवो नलो ते राजा जी धोई ले बड़ोनास दिल आयाज तो तो गोबनेक सारेउत्सा तिवारे नोलाले लाल से उखाने तोहारो जवानेहोई ना हाने नोशुडे न फिर पाना पाने तूट गाया होतोहारो ठवा के लाखरानी छुट गईल होरमकी मनीज �्पहल कारीअन्जनी आईस्टे भर रख रख रखसाडी की ला ताड़ी से कोईले पलोकौवन लोत राजा जी धोईले पलोगरम यस हम के मुवाये पलोकौवन लोत राजा जी धोईले पलो