प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र प्रस्तुत्र
राम आईंगे राम आईंगे
राम आईंगे राम आईंगे
मेरी भत्ती की मेरी के
बेरखाने राम आईंगे राम आईंगे
राम आईंगे राम आईंगे
कोई मान या न माने मेरा मन माने
कोई मान या न माने मेरा मन माने
मेरी कुटिया के भाग्य, कुटिया के भाग्य जगाने आएंगे
राम आएंगे, राम आएंगे
श्रधा से इक दिन ये बेडा पार होगा
धनुष धारी भगवन का दीदार होगा
श्रधा से इक दिन ये बेडा पार होगा
धनुष धारी भगवन का दीदार होगा
शबरी का सपना ये साकर होगा
माटी की काया का उधार होगा
माटी की काया का उधार होगा
मेघ खुशियों का एक दिन खुशियों का एक दिन बरसाने आएंगे
राम आएंगे राम आएंगे
सांसों की माला से प्रभु को पुकारूं कलियों से फूलों से कुटिया सवारूं
सांसों की माला से प्रभु को पुकारूं कलियों से फूलों से कुटिया सवारूं
स्रिष्टि के स्वारारे प्रभु को पुकारूं कलियों से फूलों से कुटिया सवारूं
स्रिष्टी के स्वामी की बाठ निहारूं पलकों के ज्ञाडू से राहे बुहारूं
पलकों के ज्ञाडू से राहे बुहारूं
मेरी सुनी सुनी मेरी सुनी सुनी बग्ञा को महकाने
राम आईंगे राम आईंगे
उनकी जोगनिया मैं उनकी हूँ दासी
मेरे है राम प्रभू घट घट के वासी
उनकी जोगनिया मैं उनकी हूँ दासी
मेरे है राम प्रभू घट घट के वासी
मैं हूँ पपी हे सी तुरिषना सी प्यासी
मैं हूँ पपी हे सी तुरिषना सी प्यासी
राम जाने निर दोष जाये कब हुदासी
राम जाने निर दोष जाये कब हुदासी
मेरे सोते सोते, मेरे सोते सोते जीवन को बहलाने।
राम आएंगे, राम आएंगे।
राम आएंगे, राम आएंगे।