केहों अखिया में जो कले दूरा बान
हमार प्यार के कहाने दूरा बान
केहों अखिया में जो कले दूरा बान
हमार प्यार के कहाने दूरा बान
जे की चोहनी मन से उप दिहा से हम किरवाई
दरददिला के कहां सुनाई
सब की समझ में ना आई
दरद दिला आखिका सुनाई
सब की समझ में ना आई
कैसे कही हाल के हुसे कहलो ना जाता
एक पलो निका बिन हमसे रहलो ना जाता
रहलो ना जाता
इहे यादत के हु के ना धराईबो
कबु प्यारी करे के ना सिखाईबो
पलो में छाल कोई रासी ऐसन लिहनी सरा बुढ़ाई
दरद दिला आखिका सुनाई
सब की समझ में ना आई
दरद दिला आखिका सुनाई
तरद दिलवाक का सुनाई, सब की समझ में न खाई
सत्य जी यही कहती रहे, रहनी खुब दादाई ले
समय निकाली के चले गएल, तनी को नाही भूझाईल
ठीके भाईल ना याजित के साथे हो, मोर चड़े गएल संजे के माते हो
उकरे चलते छोड़ानी घारावा, छोड़ानी अपन पढ़ाई
तरद दिलवाक का सुनाई, सब की समझ में न खाई
तरद दिलवाक का सुनाई, सब की समझ में न खाई