सबको मात पिता प्रतपालक जी प्राण सुख सागर
सबको मात पिता प्रतपालक जी प्राण सुख सागर
गेंदे पोट नाही किस करते ऊरह ओरत नागर
ऊरह ओरत नागर
सबको मात पिता प्रतपालक जी प्राण सुख सागर
सबको मात पिता प्रतपालक जी प्राण सुख सागर
गेंदे पोट नाही किस करते ऊरह ओरत नागर
पार ब्रामु पूरन परमेस्र मनताती ओट दही जैरे
जिनतारे ब्रह्मन्द कंड हरताको नाम जपी जैरे
जिनतारे ब्रह्मन्द कंड हरताको नाम जपी जैरे
सबको मात पितापत पालक जीतान सुख सागरे
मान की मात ते आगो हर जान हुकम गूज सुख पाईये
जो कब करै सोई बान मानो सुख दोख योही ते आईये
सबको मात पितापत पालक जीतान सुख सागरे
मान की मात ते आगो हर जान हुकम गूज सुख पाईये
मान की मात ते आगो हर जान हुकम गूज सुख पाईये
मान की मात ते आगो हर जान हुकम गूज सुख पाईये
जी प्राण सुख सागर
सबको मात पिता प्रतपालक
जी प्राण सुख सागर
पोट पत्त युदारे खिन मैं करते बार नाला कैरे
दीन दरद दुख पंजन स्वामि जिस पावै किस निवा जैरे
सबको मात पिता प्रतपालक
जी प्राण सुख सागर
पोट पत्त युदारे खिन मैं करते बार नाला कैरे
सबको मात पिता प्रतपालक
जी प्राण सुख सागर
जाचक जाचै नाम तेरा स्वामि काट काटे अंतर सोईरे
नानक दासता की सर्णाली जानते गिर्ठाना कोईरे
जाचक जाचै नाम तेरा स्वामि काट काटे अंतर सोईरे
मानिक दासतां की सर्णाई जात बिर्थाना कोई रे सबको मात तापत पालक जीकान सुख सागर
सबको मात तापत पालक जीकान सुख सागर
दिन्दे तोट नाही किस करते पूर्णे ओरत नाकर
पूर्णे ओरत नाकर
सबको मात तापत पालक जीकान सुख सागर
सबको मात तापत पालक जीकान सुख सागर
दिन्दे तोट नाही किस करते पूर्णे ओरत नाकर
सबको मात तापत पालक जीकान सुख सागर
सबको मात तापत पालक जीकान सुख सागर