जूल ना जूलाओ सक्षी
जूल ना जूलाओ सक्षी
जूल ना जूलाओ सखी भूल ना जूलाओ
आई रुत सावन की गगरी गगरी बेजूरी चमका
आई बदर छाई आई बदर छाई
जूल ना जूलाओ सखी
आई रुत सावन की गगरी गगरी बेजूरी चमका
आई रुत सावन की आई रुत सावन की
आई जूलाओ सखी आई रुत सावन की
जूलाओ सखी आई रुत सावन की
आई रुत सावन की आई रुत सावन की
ऐसी रुत है सुहानी
रुत है सुहानी
सुहानी
सुहानी
रुत है सुहानी
सुहानी
ऐसी रुत है सुहानी
ब्रिज के लोगों ने आई
हस्त बोलता हेल के
बनठन कराई
जूले ना जुलाओ सखी
आईये उत्ते सावन के
दगरी दगरी बिजुरी चमक
आईये बदरी छाईये
प्रस्थान केरे अतिमा � hairdh गीरी दी ग र सर्वीं
अर्था ऑन केरे ध्यादा जूले ना जुलाओ सखी
आईये उत्ते सावन के अऊवर तिषैत दूट्दाना
ढुई मा कर्� rein
एवं भृड शिद्ध मंनि ध्यादाने
ते सुर्णों अईच्याँ
I will not be high in this town