अरे रिज्जन बर्से रुत है कैले नाना की
आउन लेका आरिज़ घेवर खाना की
रिज्जन बर्से रुत है कैले नाना की
आउन
लेका आरिज़ घेवर खाना की
अरि बनके बीजनी का हाले तेरो बाब काई दिन मुहे मर्वालेगी
अरि जन आखो तो फेकों बाखो चपाखो फिर दिन भी तुही लग वहावेगी
अरि योई रह गो अलवरिया मेरो चालिणी में चून भी
तारू पीके गिर गो घरको में तोयाने भोन भी
अरि यह जन तालते मरो हो मेरो बाहा पे
उस बुना है कुछ नामे
अरि छाली चाली सो फसाके लटकी पाया वासीही मुख अकरम दक्खो पाये
तुहाँ गो अलवरिया कसकी बातन में तची रचाई रहती मेरी हातन में
अले नो गर्मी देती खोता पैदला हाँ जब ती खो
अरि तुन्नी जेप जी मंगवाई अलवरिसो चोडी ही
जिरीका सुनन सूतली औकिर सोना सो जोती ही
आईये आप बना रुकबोनो हो मेरो
वसीही वाँ
आईये नो रिद्याखन तो तरस्री यकरन आप तो तरको इन मेहना लग रो
भोल गीत के तो नंबर है
कॉल भी
थी अरि नावे
मैं खारी बोली
उसो हुआ गो
लो अगी सुतो
नीकी बत नावे
आरारा अक्रम
खुस्तरीयाकी ना भूले मुआलो का इंदुत्रुम्यारागाण भारी वाहावे
बालक बदमासी का फारम भर रहा
रिल बनाके ये बक्छोदी कर रहा
रिल बनाके ये बक्छोदी कर रहा
अई ये इनके हुमत लगियो भी सरीयाद बगुण
पड़ी दुनियान दुले हे
अरे कुब चियाता मैंने ऐसा कार्टून
पाल तो फिर भी फूले हे