अपने कई के मुका लाग
कहे नई हर बताओ बात कई के हो तुहरे भाईया पोछे लिए हम काटा
एक फिर साड़ी खातिर सैया रे रे काया दिन रात
हाँ जैसे छह क्यों दालिंजी रामा ना कहे पे छह क्यों बालसन
करते फरमाय इतना लिया वाई निर्मोही हंपती युजन
अर जैसे छह क्यों दालिंजी रामा ना कहे पे छह क्यों बालसन
करते फरमाय इतना लिया वाई निर्मोही हम पति युदं सांवल
भी हुपती यूपई तक हवाई स्थिति गडबड कुछ न दिया है भी इतना बात लगात
टिकुली खातिर साइया ने रखाया भी न रात
एक थे टिकुली खातिर राज जहर रखाया भी न रात
हाँ देखा लगे बाचीर के हंदर यहाँ राग भाई आज सरंडर
भाई जाय मन सै दूमे रारो जोन न रहका है बाद के बंदर
पर देखा लगे बाचीर के हंदर यहाँ राग भाई आज सरंडर
पर गई जाय मन सा दूमे रारो जोन न रहका है बाद के बंदर
मार ताला मुँपे संध्या कल तू का खिया ही बचाई
जाओ मिन खातिर सया रे रे काया दिन राज
एक फेमली खातिर रे रे काया दिन राज