कुगी नायादित बाबा,
पईया पड़ी तोहार।
रहुरे उगलाकाई बाबा,
अरगः पड़ी हमार।
दूबी गईले चान्डा मामा, छीपली तरहीया,
जल्दी देखाई बाबा, अपनी ललाईया।
देरी ना करी देवो दिवा कर
दरसन दिया पार।
रहुरे उगलाकाई बाबा, अरगः पड़ी हमार।
सभे के हु बई ठलबा,
घाटी आया गोर जी,
नायना निहारे रहो पुरु बाबा के ओर जी।
बेरी बेरी बिनमेली बरती न भाईले न भीनुसार।
रहुरे
उगलाकाई बाबा,
अरगः पड़ी हमार।
अच्छारा पसार गोहा रावेली तिवाईया,
हरी है अधितमाल सभोके बलाईया।
मांगे भिखिया मुना छोटू छथी मैया के द्वार।
राहुरेऊ गलाकाई बाबा अरगः पारी हमार।