अभिले दो रद्भा
छने में अईसे बमक जाता रूहो
छुला पकाहे छनक जाता रूहो
परेलु काहे माना जब संगही मरदबा
पिछौर
थीरांजाजी राते से, अभिले दो रद्भा
आब हीले दो रद्भा, अब हीले दो रद्भा
ऐसेयाजि अभिले दो रद्भा
अफिले दोरण बाद
अफिले दोरण बाद
चलीना धानी दरद के बहाना
मानबना कतनोतो परभुहो माना
जीवि जोनी कोरोना छली मनमाली भुझो ए राजाजी मोर परसानी
आगो न देह गर्मादी
लागत सरदबाद
ओहो इ छोड़े दे ए
राजाजी राते से अफिले दोरण बाद ए राजाजी
खाली कोई लासे बात हो
বেहो रो रो जरोरे सहराजा,
एक भर काले तु मारली हो माजा
प्रत्वाई तोहर लागते,
पोरी सहद बाँ
छोड़ा जी राजा जिरादते सहा,
अभीले दो रद बाँ
अभी लेतो रगबाद छोड़ दे