आई होली रादे
आई होली रादे
मेरे पास तो आना तू
रंगोऽ का दिन आया मन मस्टी में छाया
मैं जानती हूँ काanter, तू किस कारण से आया
निष्टा reshta
मन मस्ति मैं छाया
मैं जानती हूं काantinghu kaang
क्यों आज के दिन राधे раньше teke din onaj ke din turn
करती है ढ्राम मातु
कृच करणे काना mc bhahnakar onaj ke din raadh
कृच करने का खाणा mat bhahna
आगा का नामत डूंड बहाना तू
पोरन से मंगबाई मैंने ये रंग गुलाल
तू पात बना कितनी लेकिन नहीं गलेगी दाल
रंग दूंगा मैं तुझको चाहे कितना बचाना तू
टेच करने का गाना मत डूंड बहाना तू
टेच करने का गाना मत डूंड बहाना तू
तुझको जाओंगा पनी पर जाओंगा तुझे रंग कर
एसे काना मुझे को तू मत दिखला देवर
कुछ गो याद ही डोंड नहीं भी?