बावेसी सलोहरी होतो निको नाया उसी
रङ्गे डछी जहवा भोती जहवा क्या पोसी
भोती जहवा क्या पोसी
भोती हो करो नहाला दुताला पछला
छोरी से गोरी पिछीकारी हमार धाला
तो हर भाधारी सफे देरे जरेड हो जाई
बावे तू आराई तोहाराला बेड हो जाई
भितर कती तर ना जादा फूलो उसी
रङ्गे डछी जहवा भोती जहवा क्या पोसी
अपने सजाई बुद्धाला गाई बुहा महाला का
भागबुज दूर तोड़ा गौरते हावला लाका
गहरावी की राम से तू जान धारेलू डल देलू
ना योंग सक्खे तौन धारेलू
प्रमी परमोध के बाप्यार पड़ी हावासी
रंगे दच्छी जहवा भोती जहवा क्या पोसी